मंत्री की बैठक में बीईओ अचानक बेहोश, मचा हड़कंप
बिलासपुर। शिक्षा मंत्री गजेंद्र यादव की अध्यक्षता में आज कलेक्टोरेट के मंथन सभा कक्ष में आयोजित संभाग स्तरीय समीक्षा बैठक के दौरान एक अप्रत्याशित और गंभीर घटना घटित हुई। बैठक के दौरान कोटा के बीईओ एन.के. मिश्रा को अटैचमेंट से जुड़े मुद्दे पर पूछताछ के दौरान मंत्री द्वारा कड़ी फटकार लगाई गई, जिसके तुरंत बाद बीईओ अचानक बेहोश होकर कुर्सी से गिर पड़े। मौके पर मौजूद अधिकारियों और कर्मचारियों में अफरा-तफरी मच गई। घटना की जानकारी मिलते ही तुरंत वरिष्ठ अधिकारी और स्वास्थ्य टीम ने बीईओ को संभाला और उन्हें नजदीकी अस्पताल ले जाया गया। चिकित्सकों ने प्रारंभिक जांच के बाद बताया कि उनकी ब्लड प्रेशर (BP) अचानक बढ़ने के कारण यह स्थिति उत्पन्न हुई थी। अस्पताल में उन्हें स्थिर हालत में रखा गया है और फिलहाल उनकी स्थिति नियंत्रित बताई जा रही है।
घटना के समय बैठक कक्ष में मौजूद अधिकारियों और कर्मचारियों में हलचल मची हुई थी। बीईओ के बेहोश होने के कारण बैठक को कुछ देर के लिए स्थगित करना पड़ा। हालांकि, बीईओ की स्थिति में सुधार होते ही बैठक फिर से शुरू कर दी गई और समीक्षा कार्य निर्धारित रूप से संपन्न किया गया। शिक्षा मंत्री गजेंद्र यादव ने बताया कि बैठक में अटैचमेंट और अन्य प्रशासनिक मुद्दों पर चर्चा के दौरान कड़ी पूछताछ की जा रही थी। उन्होंने कहा कि अधिकारियों को अपने जिम्मेदारियों के प्रति सतर्क और जवाबदेह रहना चाहिए। हालांकि, उन्होंने बीईओ के स्वास्थ्य की चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि प्राथमिकता हमेशा कर्मचारियों के स्वास्थ्य और सुरक्षा की होगी। मंत्री यादव की कड़ी फटकार के बाद बीईओ एन.के. मिश्रा के अचानक बेहोश होने की घटना ने बैठक में उपस्थित सभी अधिकारियों को चौकन्ना कर दिया।
सूत्रों के अनुसार, बीईओ पहले भी उच्च रक्तचाप से संबंधित समस्याओं से जूझ रहे थे, जो इस घटना का एक कारण हो सकता है। बैठक में विभिन्न संभागीय शिक्षा अधिकारियों और कलेक्टर कार्यालय के कर्मचारियों ने भी इस घटना पर गहरी चिंता व्यक्त की। सभी ने सहमति जताई कि भविष्य में इस तरह की परिस्थिति से बचने के लिए बैठक संचालन में स्वास्थ्य सुरक्षा और औपचारिकता का विशेष ध्यान रखा जाएगा। इस घटना ने शिक्षा विभाग और जिला प्रशासन में कर्मचारियों के स्वास्थ्य और बैठक संचालन के तरीके पर नए सिरे से सवाल खड़े कर दिए हैं। अधिकारियों का कहना है कि भविष्य में इस तरह की समीक्षा बैठकों के दौरान कर्मचारियों की भौतिक और मानसिक सुरक्षा के उपाय किए जाएंगे। बिलासपुर में हुई इस घटना ने प्रशासनिक कार्यों और बैठक संचालन में कर्मचारियों के स्वास्थ्य की अहमियत को दोबारा रेखांकित किया है। अधिकारियों और कर्मचारियों ने इस घटना से सबक लेने की आवश्यकता पर जोर दिया है ताकि आगे ऐसी अप्रत्याशित घटनाओं से बचा जा सके।


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