अटल बिहारी वाजपेयी पूरे देश के अभिभावक थे: सीएम योगी आदित्यनाथ



 

नई दिल्ली। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी ने छह दशक तक भारतीय राजनीति को नई ऊंचाई दी और उसे मूल्यों व आदर्शों से जोड़ा। उन्होंने कहा कि राजनीति में विचारधाराएं भले अलग हों, लेकिन अपनी पहचान और प्रभाव के साथ आगे बढ़ा जा सकता है, यह अटल जी ने सिद्ध किया।

सीएम योगी ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी की प्रेरणा, संघर्ष और संकल्प उनकी कविताओं में भी झलकता है। वे कवि, लेखक, पत्रकार और दूरदृष्टा राजनेता थे। पूरे देश ने उन्हें अभिभावक के रूप में स्वीकार किया और उनसे मार्गदर्शन लिया। दुनिया भी उनका सम्मान करती थी। अटल बिहारी वाजपेयी भारतीय राजनीति के अजातशत्रु थे।

मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने रक्षा मंत्री और लखनऊ के सांसद राजनाथ सिंह की उपस्थिति में बुधवार को ‘अटल गंगा कार्यक्रम’ को संबोधित किया। इस अवसर पर अतिथियों ने ‘अटल महानायक’ पुस्तिका का विमोचन और प्रथम ई-बुक का भी लोकार्पण किया। यह कार्यक्रम पूर्व प्रधानमंत्री और भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिवस की पूर्व संध्या पर आयोजित किया गया।

योगी ने अटल जी की प्रसिद्ध पंक्तियों ‘हार नहीं मानूंगा, रार नहीं ठानूंगा’ का उल्लेख करते हुए कहा कि जब भी किसी नागरिक के सामने संकट आता है, उनकी कविताएं प्रेरणा देती हैं। अटल जी कवि हृदय थे, लेकिन देश के लिए उन्होंने उतनी ही दृढ़ इच्छाशक्ति से कार्य किया। उनके जैसा दूरदर्शी नेता विरले ही होता है।

उन्होंने कहा कि ग्राम्य विकास हो, नगरीय कनेक्टिविटी, देश के भीतर पब्लिक सपोर्ट सिस्टम को नए आयाम देना हो या गरीब कल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से पं. दीनदयाल उपाध्याय के ‘अंत्योदय’ के सपने को साकार करना-अटल जी का संकल्प पूरी व्यवस्था को नई पहचान देता है।

सीएम योगी ने कहा कि जब अटल जी ने भाजपा की कमान संभाली, तब परिस्थितियां विपरीत थीं, लेकिन उन्होंने दृढ़ता के साथ नेतृत्व किया और कहा-‘अंधेरा छंटेगा, सूरज निकलेगा’। उन्होंने विपक्ष से कहा था कि भाजपा से लड़ो, भारत से नहीं। ऐसा कथन केवल एक दूरदर्शी राजनेता ही कर सकता है।

उन्होंने अटल जी की कविता ‘मेरे प्रभु मुझे इतनी ऊंचाई कभी न देना, गैरों को गले न लगा सकूं, इतनी रुखाई कभी न देना’ का उल्लेख करते हुए कहा कि यह हर कार्यकर्ता, हर विचार, हर परिवार और हर भारतीय के लिए प्रेरणा है। सीएम योगी ने बताया कि अटल जी के शताब्दी महोत्सव के अवसर पर उत्तर प्रदेश सरकार ने हर स्कूल और कॉलेज में प्रतियोगिताएं आयोजित कराई हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को लखनऊ में ‘राष्ट्र प्रेरणा स्थल’ का लोकार्पण करने आ रहे हैं। इस प्रेरणा स्थल में डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी, पं. दीनदयाल उपाध्याय और श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी की 65-65 फुट ऊंची कांस्य प्रतिमाएं स्थापित की गई हैं। यहां डिजिटल म्यूजियम के माध्यम से उनके विचार और दर्शन को देखा जा सकेगा। जो भी वहां जाएगा, वह अभिभूत होकर लौटेगा।

सीएम योगी ने राष्ट्र प्रेरणा स्थल की विशेषताओं का उल्लेख करते हुए बताया कि वहां ओपन थिएटर में तीन हजार लोग बैठ सकते हैं। मंच भी काफी विशाल है और मैदान में एक साथ दो लाख लोग एकत्र हो सकते हैं। यह लखनऊ का सार्वजनिक कार्यक्रमों के लिए सबसे बड़ा स्थल है। यहां चार हजार बसों और चार पहिया वाहनों की पार्किंग की भी व्यवस्था की गई है, जिससे कार्यक्रमों के आयोजन में किसी प्रकार की असुविधा नहीं होगी।

कार्यक्रम संयोजक और उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने अतिथियों का स्वागत किया। ‘अटल गीत गंगा’ कार्यक्रम के तहत कवि कुमार विश्वास ने एकल कविता पाठ भी किया। इस अवसर पर भारतीय जनता पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ. रमापति राम त्रिपाठी, निवर्तमान प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी, सांसद बृजलाल, महापौर सुषमा खर्कवाल, विधान परिषद सदस्य मुकेश शर्मा, राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष बबिता सिंह चौहान सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे। 


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