खेत में बाघ के पंजों के निशान, दहशत में क्षेत्र के लोग, विशेषज्ञ कर रहे फुट प्रिंट्स की जांच

वाड्रफनगर। बलरामपुर जिले के रघुनाथनगर वन परिक्षेत्र अंतर्गत खेत में बाघ के पंजों के निशान देख क्षेत्र के लोग सहमे हुए हैं। यह खबर जब ग्रामीणों को लगी तो वे मौके पर पहुंचे। सूचना पर वन विभाग के विशेषज्ञों की टीम भी फुट प्रिंट्स की जांच करने पहुंची। वे सैंपल अपने साथ ले गए हैं। अभी तक इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है कि पंजे के निशान किस जानवर के हैं। इधर गांव से लगे खेत में बाघ के पंजे के निशान देख लोगों में डर का माहौल है।

इस दौरान कुछ लोगोंं ने बताया कि यह ये बाघ के पैरों के निशान हो सकते हैं। गांव के नजदीक बाघ की धमक से लोगों में भय का माहौल व्याप्त है।

ग्रामीणों की सूचना पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। विभाग के वन्य प्राणी विशेषज्ञों को भी बुलाया गया। उन्होंने बाघ के फुट प्रिंट्स की जांच की है। पंजों के निशान वास्तव में बाघ के ही हैं या किसी अन्य जानवर के हैं, इसके लिए सैंपल ले जाया गया है। फिलहाल इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है।

वहीं वन विभाग की टीम इस बात का भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि बाघ इस क्षेत्र में कहां से आयाï? यदि बाघ आसपास ही मौजूद है तो वह उसे सुरक्षित तरीके से जंगल में भेजने का प्रयास करेगी।

इधर रघुनाथनगर वन विभाग की टीम ने ग्रामीणों को समझाइश दी तथा मुनादी कराई। उन्होंने बताया कि जंगली जानवर का पीछा करना या उसे डराने की कोशिश करना खतरे का कारण बन सकता है। उन्होंने लोगों को सतर्क रहने और समूह में चलने की सलाह दी। बच्चों को अकेला न छोडऩे की भी समझाइश दी गई।

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