सीईओ ने कार्यों को शत-प्रतिशत् पूर्ण करने के लिए दिए निर्देश

 

धमतरी। जिला पंचायत सभाकक्ष में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजनांर्तत, स्वच्छ भारत मिशन (ग्रा.), प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रा.), राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन एवं रूर्बन मिशन योजनांतर्गत प्रगतिरत निर्माण कार्यों की समीक्षा जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी सुश्री रोमा श्रीवास्तव ने की। रूर्बन मिशन अंर्तगत लोहरसी एवं रामपुर कलस्टर के कार्यों को  एक माह के भीतर कार्य पूर्ण कर यूसीसीसी प्रदान करने के निर्देश सीईओ जिला पंचायत ने दिये ताकि शासन को रूर्बन कलस्टर की व्यय राशि का उपयोगिता प्रमाण पत्र प्रेषित किया जा सके।

लघु मरम्मत कार्य अंतर्गत स्वीकृत कार्यों का यूसीसी जिला कार्यालय को उपलब्ध कराने निर्देशित किया गया। 15वें वित्त के स्वीकृत सभी कार्यों का सत्यापन व फोटोग्राफ ग्रामीण यांत्रिकी सेवा संभाग से अब तक अप्राप्त है जिला कार्यालय को उपलब्ध कराये जाने के निर्देश दिये गये। क्षमता विकास कार्य के लिए मांग पत्र प्रेषित करने सीईओ जनपद को निर्देशित किया गया। आदर्श ग्राम पंचायत के लिए अलग-अलग एक्टिविटी का फोटोग्राफ एवं डाक्यूमेंटेशन करने के निर्देश दिये गये। ग्राम पंचायत सचिवों को वेतन भुगतान हेतु मांग पत्र उपलब्ध कराने सर्व मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत को निर्देशित किया गया।

इसी तरह जेम पोर्टल रजिस्ट्रेशन सत्प्रतिशत कराने और ग्रुप में जानकारी उपलब्ध कराने के भी निर्देश दिये गये। अन्य पिछड़ा वर्ग क्षेत्र विकास प्राधिकरण के अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2022-23 के प्रगतिरत सभी कार्यों को पूर्ण करावें। ग्राम पंचायतों में 16 पंजी का संधारण अवश्य कराये जावें। सभी पंचायतों में स्वच्छता कर अनिवार्य रूप से लिये जाने के निर्देश सीईओ जिला पंचायत ने दिये। प्रधानमंत्री आवास में छत ढलाई पूर्ण 155 एवं जनमन योजनांतर्गत छत ढलाई पूर्ण 251 आवासों को सात दिवस के भीतर प्लास्टर कार्य पूर्ण करने निर्देश दिए। 

राशि प्राप्ति उपरांत भी कार्य में प्रगति नहीं लाने वाले हितग्राहियों को अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) के माध्यम से कार्यवाही किये जाने के निर्देश सीईओ जिला पंचायत ने दिए। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन अंतर्गत विकासखंड नगरी के क्लस्टर कुकरेल, सांकरा, बेलरगांव एवं दुगली को पी.आई.ए. के माध्यम से वृक्षारोपण कार्य के लिए पौधा तैयार करने के निर्देश दिये गये। नर्सरी तैयार करने प्रशिक्षण हेतु तकनीकी सहायता एवं मार्गदर्शन हेतु स्वयंसेवी संस्था प्रदान, कृषि विज्ञान केन्द्र, उद्यानिकी विभाग, कृषि विभाग से सहयोग लिये जाने निर्देशित किया गया।


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