लोकसभा चुनाव के पहले चरण के लिए ईवीएम की कमिशनिंग शुरू

कोंडागांव। लोकसभा निर्वाचन के प्रथम चरण में बस्तर लोकसभा के कोंडागांव विधान सभा के अंतर्गत आनेवाले मतदान केंद्रों में उपयोग में लाई जाने वाली ईवीएम की कमीशनिंग शुक्रवार को शहीद गुण्डाधुर शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय कोंडागांव में शुरू हुई। इस दौरान उपस्थित कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी कुणाल दुदावत ने कमिशनिंग कार्य में लगाए गए सेक्टर अधिकारी, मास्टर ट्रेनर, सहायकों से उन्होंने कहा कि ईवीएम कमिशनिंग निर्वाचन का सबसे महत्वपूर्ण कार्य है। इस पर ही निर्बाध मतदान हो पाना संभव है।

कलेक्टर ने कहा कि टीम भावना से समय का पालन करते हुए कार्य पूरा करें। सीलिंग के कुल 26 महत्वपूर्ण बिन्दु हैं। उनको चरणबद्ध ढंग से पालन किया जाए तो यह कार्य बहुत ही आसानी से संपन्न हो सकता है। उन्होंने बताया कि प्रत्येक मशीन के लिए चेक लिस्ट उपलब्ध कराई गई है। कमीशनिंग की कार्यवाही के दौरान इसका मिलान करते हुए आगे की कार्यवाही करें। कमीशनिंग के कार्य में किसी भी प्रकार की त्रुटि न हो। इसके लिए जरूरी है कि पूरी तल्लीनता के साथ कार्य करें। इस कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही को अक्षम्य बताते हुए कहा कि इस महत्वपूर्ण कार्य में पूरी गंभीरता आवश्यक है।

उल्लेखनीय है कि ईवीएम की कमीशनिंग का कार्यवाही कड़ी सुरक्षा में हो रही है, जिसमें मशीनों को 19 अप्रैल के मतदान के लिए पूरी तरह से तैयार किया जाएगा। ईवीएम कमीशनिंग के माध्यम से, चुनाव में भाग लेने  वाले उम्मीदवारों के नाम मतपत्र इकाइयों से जुड़े होते हैं। वीवीपैट मशीनों में सिंबल अपलोड किए जाते हैं और कंट्रोल यूनिट में कैंडिडेट सेटिंग की गई। बस्तर लोकसभा के लिए हेतु नोटा सहित 12 कैंडिडेट सेट किए गए। ईवीएम और वीवीपैट की सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में प्रतिनियुक्त ईसीआईएल इंजीनियरों द्वारा पूरी तरह से जांच और परीक्षण किया जा रहा है। चुनाव में भाग लेने वाले उम्मीदवारों या उनके चुनाव एजेंटों या अधिकृत प्रतिनिधियों को भी इस प्रक्रिया को देखने के लिए आमंत्रित किया गया है।

कमीशनिंग के दौरान सभी मतदान केंद्रों में जाने वाली ईवीएम में बैलेट पेपर लगाने की प्रक्रिया शुरू की गई। कमीशनिंग के दौरान बैलेट यूनिट में पिंक पेपर सील लगाई गई। पिंक पेपर सील पर अभ्यर्थी अथवा उसके प्रतिनिधि तथा ईसीआईएल के इंजीनियर ने अपने हस्ताक्षर किये। कैंडिडेट सेट करते समय कंट्रोल यूनिट, बैलेट यूनिट और वीवीपेट को साथ जोड़ा गया। इसके बाद मॉक पोल कर सत्यता की जांच की गई। सीलिंग प्रक्रिया के दौरान कंट्रोल यूनिट के स्विच को ऑफ रखा गया। वीवीपैट में थर्मल पेपर रोल लगाया गया। बैटरी इंस्टॉल करके वीवीपैट में सिंबल लोडिंग जिग मशीन की सहायता से ईसीआईएल के इंजीनियर द्वारा की गई। इसके साथ ही ईवीएम नंबर, बीयू, सीयू नंबर, उनके बैटरी नंबर, वीवीपैट नंबर, रजिस्टर में दर्ज किये गये। राजनैतिक दलों द्वारा 5 प्रतिशत मशीनों को रेंडमली चयन कर उसमे 1000 वोट डालकर चेक किए गए। कमीशनिंग के दौरान उप जिला निर्वाचन अधिकारी चित्रकांत चाली ठाकुर, भारत निर्वाचन आयोग की तरफ से नियुक्त इंजीनियर भी मौजूद रहे।

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