सोलर स्मार्ट स्टिक देगी छत्तीसगढ़ वनकर्मियों को सिक्युरिटी

 

बिलासपुर। वनकर्मी अब जंगल में सोलर स्मार्ट स्टिक के साथ नजर आएंगे। यह एक तरह का प्लास्टिक डंडा है। इसकी खासियत यह है कि ड्यूटी के दौरान यदि कोई हिंसक वन्य प्राणी हमला करने की कोशिश करता है तो इस डंडे के सहारे वनकर्मी खुद की हिफाजत कर सकता है। वनकर्मी डंडे से जैसे वन्य प्राणी के शरीर को टच करेगा, उन्हें झटका महसूस होगा। इससे वन्य प्राणी जंगल में भाग जाएंगे। वनकर्मियों को स्मार्ट स्टिक के अलावा सामान्य प्लास्टिक के डंडे, टार्च व हेड टार्च भी बांटे गए हैं।

फारेस्ट गार्ड, फारेस्टर, डिप्टी रेंजर व रेंजर वन विभाग के मैदानी अमले कहलाते हैं। इन पर जंगल की सुरक्षा की जिम्मेदारी होती है। ड्यूटी या विशेष सर्चिंग के दौरान उन्हें आवश्यक उपकरणों की जरूरत भी पड़ती है। वनकर्मी इन उपकरणों के अभाव से जूझ रहे थे। कई बार उपयोगी चीजों की डिमांड वन अफसरों के समक्ष रखी गई है। इसी का प्रभाव है कि वनकर्मियों जरूरी उपकरण बांटे गए हैं। इनमें टार्च व हेड टार्च भी शामिल हैं। सामान्य प्लास्टिक के डंडे और पहली बार सोलर स्मार्ट स्टिक भी दिए गए हैं। यह स्टिक तब उपयोगी साबित होगी, जब जंगल के अंदर ड्यूटी के दौरान कोई हिंसक वन्य प्राणी वनकर्मियों पर हमला का प्रयास करने नजदीक आएगा।

डंडे से वन्य प्राणी को टच करते ही वन्य प्राणी को झटका लगेगा। इससे वह वनकर्मियों से दूर चले जाएंगे। यह उपयोगी साबित होगा। काफी हद तक वनकर्मियों को राहत मिलेगी। वन्य प्राणी के हमले से वनकर्मियों की जान भी जा चुकी है। यही कारण है कि उन्हें खुद की हिफाजत करने के लिए सुरक्षा के इस उपकरण को उपलब्ध कराया गया है। हालांकि अभी यह व्यवस्था प्रायोगिक तौर पर है और प्रत्येक रेंज को दो या तीन स्टिक ही दिए गए हैं। आने वाले दिनों में यह स्मार्ट स्टिक सभी वनकर्मियों की हाथों पर नजर आएंगी।

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