केंद्र को महबूबा ने दिखाए तल्ख तेवर, कहा - कश्मीर में चाहे जितनी फौज उतार दें आप...



 पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेतृत्व वाले केंद्र सरकार पर निशाना साधा है. मुफ्ती ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में चाहे कितने भी सैनिक तैनात किए जाएं, सरकार तब तक सकारात्मक परिणाम नहीं देख पाएगी जब तक कश्मीर मुद्दा हल नहीं हो जाता. जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री ने बीजेपी को चेताते हुए कहा कि बीजेपी को हमलावर नहीं होना चाहिए क्योंकि कश्मीर के लोग जानते हैं कि उन्हें कैसे भगाना है. महबूबा मुफ्ती ने पार्टी के एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए बीजेपी पर निशाना साधा।


मुफ्ती ने कहा, 'मैं भाजपा को बताना चाहती हूं कि जब हमलावर पाकिस्तान से आए थे, तब भारतीय सेना नहीं आई थी, यहां के लोगों के हाथों में बंदूकें नहीं थीं, लेकिन फिर भी उन्होंने हमलावरों को खदेड़ दिया. इसलिए हमलावर मत बनो. कश्मीरी जानते हैं कि उन्हें कैसे खदेड़ना है.'


BJP ने संविधान को बर्बाद कर दिया- मुफ्ती


उन्होंने कहा, 'कश्मीर संविधान के माध्यम से भारत से जुड़ा हुआ है. लेकिन BJP ने संविधान को नष्ट कर दिया है. भारत सिर्फ भाजपा का नहीं है. जब तक आप कश्मीर मुद्दे को हल नहीं करते हैं, तब तक आपको कोई परिणाम नहीं दिखेगा. फिर चाहे आप यहां कितने भी सैनिक क्यों न भेज दें. हम इसे भाजपा का भारत नहीं बनने देंगे.'


अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद जम्मू-कश्मीर में पंचायत चुनाव कराने के लिए केंद्र पर निशाना साधते हुए मुफ्ती ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार से कहा कि अगर ये चुनाव इतने ही अच्छे हैं तो आइए पंचायत चुनाव लड़िए.


उन्होंने कहा, 'हमने आपके साथ संविधान वाला रिश्ता बनाया था लेकिन आपने उसे खत्म कर दिया. आपने हमारे सम्मान के साथ खिलवाड़ किया. इससे काम बनेगा नहीं. अगर पंचायत चुनाव इतने अच्छे हैं तो आप टॉप पॉजिशन पर क्या कर रहे हैं, नीचे आइए और पंचायत चुनाव लड़कर दिखाइए.' आप पूरी दुनिया में कहते फिरते हैं कि आपने जम्मू-कश्मीर की विधानसभा और उसके संविधान को खत्म कर दिया और पंचायत चुनाव करवाए. तो टॉप के पदों से हटकर आपको पंचायत का चुनाव लड़ना चाहिए।


मेरी बात उस भारत की है जिसे राहुल गांधी खोज रहे हैं'


अगस्त 2019 में संविधान से अनुच्छेद 370 और 35A को हटाने के लगभग एक साल बाद 2020 में पंचायत चुनाव कराए गए थे. मुफ्ती ने महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के भारत का जिक्र करते हुए कहा कि वह उस भारत की बात करती हैं जिसे नेहरू के पड़पोते राहुल गांधी खोज रहे हैं.


मुफ्ती ने कहा, 'कश्मीरी लोग पूछते हैं कि मैंने किस देश में रहना स्वीकार किया और क्यों? मैं उन्हें बताना चाहती हूं कि जब हिंदू और मुसलमान धर्म के नाम पर लड़ रहे थे, तो कश्मीर ही एकमात्र ऐसी जगह थी, जहां यहां बहुसंख्यक मुसलमानों ने कश्मीरी पंडितों, हिंदूओं और सिखों को बचाया था. मैं आज के भारत की बात नहीं कर रही हूं, लेकिन उस भारत की बात कर रही हूं जिसे महात्मा गांधी के परपोते तुषार गांधी और जवाहर लाल नेहरू के प्रपौत्र राहुल गांधी आज खोज रहे हैं. मैं उस भारत की बात करती हूं जिसे नेहरू और गांधी ने एक साथ बनाया था.'



No comments:

Post a Comment